परमाणु है पदार्थ की
मूलभूत इकाई
मगर
उसके होने का श्रेय जाता है
तीन मौलिक कणों
इलेक्ट्राॅन
प्रोटाॅन
और न्यूट्रोन को
सुना है इलेक्ट्राॅन चलायमान है
नाभिक के
चारों ओर
ठीक उसी तरह
मैं देखता हूँ
पृथ्वी, आकाश, पाताल
और
पूरी सृष्टि को घूमते हुऐ
इलेक्ट्राॅन
की मानिन्द्
माँ
रूपी नाभिक के चारों तरफ
अतिश्योक्ति नहीं होगी
अगर मैं कहूँ
कि पूरा
ब्रह्माण्ड
ऊर्जान्वित् होता है
उस "माँ" में उपस्थित ऊर्जा
अर्थात्
नाभिकीय ऊर्जा से
नाभिक की अपार ऊर्जा से
तो आप
परिचित होंगे ही ना
मूलभूत इकाई
मगर
उसके होने का श्रेय जाता है
तीन मौलिक कणों
इलेक्ट्राॅन
प्रोटाॅन
और न्यूट्रोन को
सुना है इलेक्ट्राॅन चलायमान है
नाभिक के
चारों ओर
ठीक उसी तरह
मैं देखता हूँ
पृथ्वी, आकाश, पाताल
और
पूरी सृष्टि को घूमते हुऐ
इलेक्ट्राॅन
की मानिन्द्
माँ
रूपी नाभिक के चारों तरफ
अतिश्योक्ति नहीं होगी
अगर मैं कहूँ
कि पूरा
ब्रह्माण्ड
ऊर्जान्वित् होता है
उस "माँ" में उपस्थित ऊर्जा
अर्थात्
नाभिकीय ऊर्जा से
नाभिक की अपार ऊर्जा से
तो आप
परिचित होंगे ही ना
भली-भाँति...!!
"पंकज शर्मा"
मां, सम्पूर्ण विज्ञान है। मां को समर्पित वैज्ञानिक रस से परिपूर्ण रचना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंसादर आभार....!!
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