** प्रमाणिका छंद **
अभी अभी पता चला
कि आदमी बड़ी बला।
न तौलता जुबां कभी
न सोचता भला कभी।
कि नीचता दिखा रहा
कि द्वेष गीत गा रहा।
बड़ी अजीब बात है
करा रहा अघात है।
मनुष्य आज सो गया
खुदा विलीन हो गया।
पंकज शर्मा "परिंदा"
अभी अभी पता चला
कि आदमी बड़ी बला।
न तौलता जुबां कभी
न सोचता भला कभी।
कि नीचता दिखा रहा
कि द्वेष गीत गा रहा।
बड़ी अजीब बात है
करा रहा अघात है।
मनुष्य आज सो गया
खुदा विलीन हो गया।
पंकज शर्मा "परिंदा"
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